झाबुआ

मतदाता पर्ची घर नहीं पहुंचे,तो भी बूथ पर वोट डालने के लिए जाएं…….

झाबुआ। ब्यूरो चीफ -संजय जैन।

विधानसभा में जिस बूथ पर वोट डाला था, वहीं फिर से डाल सकते हैं-बूथ पर मौजूद बीएलओ बता देंगे वोट की स्थिति.

मतदाता पर्ची घर नहीं पहुंचे ,तो भी बूथ पर वोट डालने के लिए जाएं………….

झाबुआ। ब्यूरो चीफ -संजय जैन। संसदीय क्षेत्र में 13 मई को मतदान होना है। इसके लिए अब सिर्फ 8 दिन बचे हैं। मतदाताओं के घर पर पर्ची पहुंचाई जा रही है, लेकिन शहर में ऐसे कई घर हैं,जहां पर्चियां नहीं पहुंचीं हैं या फिर गलत पर्ची पहुंच गई हैं। यदि आपके साथ ऐसा हुआ है, तो भी आप अपने पोलिंग बूथ पर वोट डालने के लिए जरूर जाएं। पोलिंग बूथ पर बीएलओ बैठते हैंए,100 मीटर के दायरे के पहले राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि भी बैठेंगे, जिनसे मत क्रमांक की जानकारी ले सकते हैं। वोट डालने के लिए पहचान पत्र जरूर लेकर जाएं। 8 मई तक मतदाता पर्चियां बांटी जाएंगी।

मतदान पर्ची को लेकर वो सवाल, जिन्हें आप जानना चाहते हैं….?..


* प्रश्न-क्या मतदान पर्ची से वोट डाला जा सकता है …?
* उत्तर-मतदान पर्ची में सिर्फ  मतदाता की जानकारी है। पोलिंग बूथ व मतदाता सूची में वोट कितने नंबर पर है,इसकी जानकारी मिलेगी। मतदान पर्ची दिखाकर वोट नहीं डाल सकते हैं। इसके लिए पहचान पत्र जरूरी है।

* प्रश्न-कौनसे दस्तावेज दिखाकर अपना वोट डाल सकते हैं…?
*उत्तर-पोलिंग बूथ पर वोटर कार्ड दिखाकर अपना वोट डाल सकते हैं। यदि वोटर कार्ड नहीं है तो चुनाव आयोग ने 12 दस्तावेजों को मान्यता दी है, जिन्हें दिखाकर वोट डाल सकते हैं। वोट डालने के लिए पहचान पत्र साथ ले जाना जरूरी है।

* प्रश्न-कौनसे दस्तावेज वोट डालने के लिए मान्य हैं…?
*उत्तर-वोटर कार्ड नहीं है तो वैकल्पिक दस्तावेज मान्य किए हैं, जिनमें आधार कार्ड, पैन कार्ड, दिव्यांग यूनिक आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मनरेगा जॉब कार्ड,पेंशन दस्तावेज -फोटो सहित, पासपोर्ट,पासबुक-फोटो सहित बैंक,डाकघर द्वारा जारी-फोटोयुक्त सर्विस पहचान पत्र,केन्द्र राज्य सरकार सार्वजनिक उपक्रम-पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी,सांसद,विधायक और विधान परिषद सदस्यों को जारी आधिकारिक पहचान पत्र,एनसीआर के अंतर्गत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड,स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड,श्रम मंत्रालय की योजना के अंतर्गत जारी शामिल हैं।

*प्रश्न-मेरे पास वोटर कार्ड है,लेकिन मतदाता सूची में नाम नहीं है …?
*उत्तर- यदि आपके पास वोटर कार्ड है,मतदाता सूची में नाम नहीं है तो ऐसी स्थिति में वोट नहीं डाल सकते हैं। वोट डालने के लिए मतदाता सूची में नाम होना जरूरी है।

*प्रश्न- यदि घर बैठे अपने बूथ की जानकारी लेनी है, तो उसके लिए क्या करें …?
*उत्तर- चुनाव आयोग ने वोटर हेल्पलाइन के नाम से ऐप लॉन्च किया है। मोबाइल पर इसे अपलोड कर सकते हैं। ईपिक नंबर से अपना बूथ व मतदाता सूची में क्रमांक देख सकते हैं। वोटर पर्ची की जानकारी घर बैठे मिल जाएगी और वोट डालने के लिए जा सकते हैं।

*प्रश्न-अपने पोलिंग बूथ की तलाश कैसे की जाए….?
* उत्तर- यदि वोटर पर्ची नहीं आई,तो विधानसभा के दौरान जिस बूथ पर वोट डाला था, उसी बूथ पर ही वोट डालना है। इसलिए वोटर आइडी या 12 वैकल्पिक दस्तावेज साथ लेकर जा सकते हैं।

………नेहा मीना-कलेक्टर,जिला निर्वाचन अधिकारी

फोटो०१-:नेहा मीना-कलेक्टर,जिला निर्वाचन अधिकारी
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निर्दलीयों को चुनाव चिन्ह आवंटित इनके साथ प्रचार अभियान शुरू……..

किसी को खंभा तो किसी को रिक्शा….

झाबुआ। ब्यूरो चीफ -संजय जैन।लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों को चिह्न आवंटन हो गए है। राज्य व राष्ट्रीय स्तर के दल के उम्मीदवारों को तो पहले से तय चुनाव चिह्न मिले है, लेकिन निर्दलीय प्रत्याशियों को अजब-गजब चुनाव चिह्न आवंटन हुए है। इसमें किसी को चारपाई तो किसी को फूलगोभी मिली है। संसदीय क्षेत्र में निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में स्वयं को मिले चुनाव चिह्न के साथ प्रचार कर रहे है।

चुनाव चिन्ह को दिखाकर वोट मांगना शुरू….
लोकसभा चुनाव के लिए  संसदीय क्षेत्र में  चुनाव आयोग ने मैदान में डटे इन सभी उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिए हैं। किसी को बिजली का खंभा दिया है तो किसी केतली व ऑटो रिक्शा मिला है। अब ये उम्मीदवार चुनाव सामग्री प्रिंट कराने में जुटे हैं। अभी तक ये केवल खुद के नाम पर वोट मांग रहे थे,अब यह अपने चुनाव चिन्ह को दिखाकर वोट मांगना शुरू कर दिया हैं।

इस बार हटा दिए बुलडोजर- जेसीबी….
पूर्व के चुनाव में उमीदवारों को बुलडोजर, जेसीबी आदि चिह्न मिलते रहे है, लेकिन इस बार के चुनाव से इन चिह्न को हटा दिया। इसके बजाए चुनाव आयोग ने जूते-चप्पल और कूड़ादान चुनाव चिह्न के तौर पर दिया। इसके अलावा निर्दलीय प्रत्याशियों के लिए निर्धारित चुनाव चिन्ह में चूड़ी और कानों की बालियां भी शामिल हैं। चुनाव चिन्ह की सूची में खिलौने और फल-सब्जियां भी शामिल हैं। लोकसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशियों को आवंटित करने के लिए करीब 190 चुनाव निशान तय किए गए हैं।

इनमें से किया पसंद…………………
संसदीय क्षेत्र में निर्दलीय प्रत्याशी के लिए एप्पल, फल से भरी टोकरी, बेबी वॉकर, बल्ला, माइक,,बक्सा आदि जारी किए है।  एक बटन जो सबसे अंतिम रहेगा वो नोटा का रहेगा। अब तक अपवाद को छोड़ दे तो निर्दलीय अपनी जमानत तक बचाने में सफल नहीं हुए हैं। ऐसे में इस बार निर्दलीय उमीदवार जमानत बचाने में सफल होंगे या नहीं, ये 4 जून को जब परिणाम आएंगे तब पता चलेगा।

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SMS News (भीली भाषा)

मुकेश परमार SMS NEWS के प्रधान संपादक है , मुकेश परमार सुदर्शन न्यूज़, APN NEWS, दैनिक अख़बार मे सहित कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में कार्य कर चुके है...

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