योजनाओं में विवाह प्रमाण-पत्र जरूरी, फिर भी 25 प्रतिशत लोग बनवा रहे


योजनाओं में विवाह प्रमाण-पत्र जरूरी, फिर भी 25 प्रतिशत लोग बनवा रहे…………………
विवाह प्रमाण पत्र बनवाने के लिए 30 दिन का नियम नहीं- लोक सेवा केंद्र में ऑनलाइन आवेदन कर बनवा सकेंगे…
झाबुआ। ब्यूरो चीफ -संजय जैन। विवाह पंजीयन के प्रति लोगों में जागरूकता की कमी है। अभी नगर पालिका क्षेत्र में 25 प्रतिशत लोग ही प्रमाण पत्र बनवा रहे हैं। नगरपालिका व ग्राम पंचायत स्तर पर विवाह का पंजीयन जन्म-मृत्यु के पंजीयन की तरह ही होता है। अब यह ऑनलाइन भी होने लगा है। लोक सेवा केंद्र पर आवेदन करके भी प्रमाण पत्र बनाया जा सकता है।
प्रकरण 2008 के बाद का होना चाहिए…..
जानकारी के मुताबिक, 2008 के बाद विवाह होने पर प्रमाण पत्र अभी भी बन सकता है, दस्तावेज देने होंगे। यह प्रमाण पत्र अब शासकीय योजनाओं में पति-पत्नी का रिश्ता प्रमाणित करने में उपयोगी होगा। लेकिन जानकारी के अभाव में लोग पंजीयन नहीं करा रहे हैं। पहले प्रमाण पत्र न बनवाने वाले लोगों को बड़े शहरों में किराए का मकान लेने,शासकीय योजना का लाभ लेने, विदेश जाने के लिए तथा अन्य कारणों से जब इस प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ती है तो लोग भटकते थे।
होते हैं शहर में प्रति वर्ष करीब 100 से ज्यादा विवाह ……………………………..
शहर में प्रति वर्ष करीब 100 से ज्यादा विवाह होते हैं। लड़का एवं लड़की के विवाह का स्थल नगर पालिका क्षेत्र में होने पर विवाह का पंजीयन नगर पालिका कार्यालय में होता है। गांव में विवाह स्थल होने पर ग्राम पंचायत में पंजीयन होता है। इसके लिए दोनों पक्षों के शादी के कार्ड, जन्म तारीख वाली मार्कशीट या जन्म प्रमाण पत्र, वोटर आईडी या आधार कार्ड या कोई भी पहचान पत्र,समग्र आईडी, वर-वधु के माता-पिता के आधार कार्ड, दो गवाहों के आधार कार्ड, आवेदक का नोटरी शपथ पत्र,पंडित,मौलवी,पादरी का प्रमाण पत्र,विवाह का वरमाला का फोटो पासपोर्ट साइज में लगता है। निर्धारित फीस का बैंक चालान भरना होता है। इसका आवेदन विवाह के बाद कभी भी किया जा सकता है। जिसमें शपथ पत्र देकर आवेदन करना होता है।

2022 में 31 लोगों ने कराए पंजीयन ……
जागरुकता के अभाव में विवाहित युवक-युवतियों ने वर्ष 2022 में 31 पंजीयन ही कराए हैं। जबकि 150 से अधिक शादियां शहर में हुई हैं। चूंकि लोगों को विवाह पंजीयन कराने के फायदे के बारे में जानकारी नहीं हैं। इसलिए लोग नगर पालिका पहुंचकर पंजीयन के आवेदन नहीं दे रहे हैं। शहर मेें 18 वार्ड है। नगर पालिका विवाह पंजीयन के लिए प्रभारी रमेश मेडा हैं । जबकि लोक सेवा केंद्र से महीने में 2 या 3 ही विवाह पंजीयन के आवेदन आते हैं।
होता है विवाह का पंजीयन आसानी से ……………………….
शहर में विवाह पंजीयन आसानी से होता हैं। शहरी क्षेत्र में होने वाले विवाह का पंजीयन आसानी से होता है। इसलिए आवेदन करना जरूरी है। जागरूकता लाने के लिए समय-समय पर प्रचार-प्रसार किया जाता है। पंजीयन कराने के लिए सभी को जानकारी दी जाती है। सभी लोग समझदार हैं, बच्चे नौकरी करते है,पंजीयन करना चाहिए,यह आवश्यक दस्तावेज है। जानकारी के अभाव में लोग पंजीयन नहीं करा रहे है।
……..रमेश मेडा-प्रभारी-विवाह पंजीयन नगर पालिका-झाबुआ

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