झाबुआ

फरवरी के पहले सप्ताह से ही गर्मी दिखाने लगी असर-………..

फरवरी के पहले सप्ताह से ही गर्मी दिखाने लगी असर-………..

5 साल से फरवरी के तीसरे सप्ताह में विदाई ले रही सर्दी………………….

झाबुआ। ब्यूरो चीफ -संजय जैन। फरवरी के 7 दिन निकल गए। बीते 7 दिनों से तेज सर्दी से राहत है। आमतौर पर फरवरी माह में औसत रूप से 10 दिन रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे रहता है,औसतन 5 डिग्री तक गिरता है। हालांकि इस बार लगातार पश्चिमी विक्षोभों की वजह से चालू फरवरी माह के बीते 7 दिनों में एक भी बार रात का पारा 10 डिग्री से नीचे नहीं रहा है।

तापमान में ज्यादा गिरावट की उम्मीद नहीं………………………..
हिंदू पंचांग के अनुसार अच्छी सर्दी के 40 दिन होते हैं,जिनकी शुरुआत 31 दिसंबर से होती है और कल 9 फरवरी को यह विदा हो जाएगी। सोमवार को भी वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से अधिकतम तापमान 32.6 और न्यूनतम 15.4 डिग्री दर्ज किया गया था जो रविवार को रहे अधिकतम 30.8 से 1.8 और न्यूनतम 14.8 से 0.6 डिग्री कम रहा। हालांकि मंगलवार को आसमान पर बादल छाए रहे इसकी वजह से सुबह के वक्त सूरज बार-बार लुका पिछी करता रहा। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 8 से 10 दिनों तक हल्के बादल रहेंगे। बूंदाबांदी की भी संभावना रहेगी। इससे एक बार फिर तेज सर्दी का एहसास होगा लेकिन तापमान में ज्यादा गिरावट की उम्मीद नहीं है।

5 साल से फरवरी के तीसरे सप्ताह में विदाई ले रही सर्दी………………….
पिछले पांच साल के आंकड़ों पर गौर करें तो सर्दी ने फरवरी माह के तीसरे सप्ताह में विदाई ले ली। पिछले साल 16 फरवरी को सर्दी विदा हो गई थी। साल 2022 में 22 फरवरी को, साल 2021 में 15 फरवरी को, 2020 में 20 फरवरी को और साल 2019 में 9 मार्च को सर्दी की विदाई हुई थी। इन तारीखों में रात का तापमान 12 डिग्री को पार कर गया था। इसके बाद लगातार बढ़ता चला गया।

कल से फिर छा सकते हैं बादल, नहीं गिरेगा पारा……………..
मौसम केंद्र के त्रिपाठी ने बताया कि 3 फरवरी से सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने के साथ ही आज 8 फरवरी से और एक विक्षोभ एक्टिव हो रहा है। इससे कल 9 फरवरी तक बादल रहने के आसार है। इसके बाद फिर 11 से 14 फरवरी तक दूसरा विक्षोभ भी आ रहा जिससे रात आसमान में बादल छाए रहने का अनुमान है और रात का तापमान ज्यादा नीचे नहीं जाएगा।

तारीख              न्यूनतम                       अधिकतम
06 फरवरी          14.5                            29.0
05 फरवरी          15.4                            32.6
04 फरवरी          14.8                            30.8
03 फरवरी          13.6                            30.3
02 फरवरी          13.6                            27.9
01 फरवरी         12.8                             28.0
…. नोट-तापमान के यह आंकड़े डिग्री सेल्सियस में हैं। …
 फोटो०१/०२
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टमाटर व लहसुन ने बिगाड़ा किचन का जायका………………….

एक हफ्ते में 20 से 45 रुपए हुए टमाटर के दाम, लहसुन 600 रुपए किलो बिक रहा………………..

झाबुआ। ब्यूरो चीफ -संजय जैन।टमाटर व लहसुन के भाव बढ़ने से किचन का जायका बिगड़ने लगा है। एक सप्ताह में टमाटर के दाम 20 रुपए से 45 रुपए तक पहुंच गए हैं। वहीं वहीं लहसुन भी बीते 15 दिनों में 600 रुपए के पार पहुंच चुका है। इसी तरह अन्य सब्जियों के दाम में भी बढ़ोतरी हुई है।

इन सब्जियों के दाम भी बढ़े……………..
सब्जी व्यापारियों ने बताया कि टमाटर व लहसुन के साथ अन्य सब्जियों के दाम भी बढ़े हैं। भिंडी,करेला व शिमला 80 रुपए किलो तक बिक रही है। वहीं बरबटी व खीरा के दाम भी आसमान छू रहे हैं। लोकल स्तर पर इन दिनों पालक, लाल व मेथी भाजी की आवक अधिक है। जिसके कारण इन सब्जियों के दाम स्थिर हैं। बाहर से आने वाली सब्जी के भाव हर दिन अलग.अलग होते हैं जो आवक पर निर्भर है।

एक हफ्ते में 20 से 45 रुपए हुए टमाटर के दाम……………………
टमाटर व लहसुन के साथ के बाद अदरक भी 140 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। अन्य सब्ज्यिों के असामान छूते दाम से आमजन की जेब पर सीधा असर पड़ रहा है। वहीं व्यापारी दाम बढ़ने का प्रमुख कारण मंडी में टमाटर व लहसुन की आवक कम होना बता रहे हैं। बीते एक स्पताह में जिस तरह टमाटर के दाम 15 रुपए से बढ़कर 40-45 रुपए तक बिका है। इससे लोगों को फिर बीते पांच महीने पहले 200 रुपए किलो बिकने वाला टमाटर याद आ गया। दूसरी ओर खीरा, शिमला मिर्च व मटर के दामों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सभी के दाम 10 से 20 रुपए तक बढ़ गए हैं।

फसल नुकसान से बढ़े लहसुन के दाम………………..
व्यापारियों ने बताया कि बीते वर्ष बारिश के कारण लहसुन की फसल खराब हो गई थी। जिसके कारण इस बार किसान लहसुन की फसल नहीं लगाए। किसानों को हुए नुकसान से लहसुन की आवक कम हो रही है। जिसके कारण आपूर्ति नहीं हो पा रही। आवक कम होने से महंगे दामों में लहसुन खरीदा जाता है। जब तक नई लहसुन मंडी में नहीं आएगी तब महंगे दाम में बेचने की मजबूरी होगी। इसी तरह टमाटर की आवक भी कम हो रही है। बाजार में टमाटर की आवक के अनुसार भाव तय होता है। आवक कम होने से महंगे दामों में खरीदना पड़ता है। वहीं अधिक आवक होने पर टमाटर के दाम सस्ते हो जाते हैं।

फुटकर सब्जी के भाव-प्रति किलो…………….
लहसुन              600
टमाटर             35-40
भिंडी               75-80
करेला             70-80
बरबटी            55-60
खीरा              40-50
शिमला मिर्च     80-85
मटर               50-60
चुकंदर            40-45
अदरक             120
(सब्जियों के दाम प्रति किलो में।)
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SMS News (भीली भाषा)

मुकेश परमार SMS NEWS के प्रधान संपादक है , मुकेश परमार सुदर्शन न्यूज़, APN NEWS, दैनिक अख़बार मे सहित कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में कार्य कर चुके है...

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