"राजनीति हलचल" 1947 के विभाजन के बाद झाबुआ में पाकिस्तान से आये हिन्दु शरणार्थीयो के साथ क्या किया सांसद भुरिया ने ? EXCLUSIVE

JHABUA SMSNEWS.liveझाबुआ से दौलत भावसार की रिपोर्ट ============================
अभी आचार संहिता मे देर है, परंतु कांग्रेस जैसे दल मे वर्तमान सांसद कांतीलाल भुरिया के खिलाफ मुखरता से विरोध के स्वर गुजांयमान होने लगे है। रानापुर जनपद के सदस्य एवं पूर्व विधायक कांग्रेस जेवियर मैडा के प्रबल समर्थक मिथियास भुरिया ने सांसद कांतीलाल भुरिया एवं उनके पारिवारिक सदस्यो पर कई गंभीर आरोप लगाकर सरकारी जमीन हडपने का कमलनाथ सरकार के आते ही लगाये है। ओर मिथियास का कहना है कि तत्संबध मे तथ्य ओर प्रमाणो सहित उन्होने कांग्रेस आई के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखकर उन्हे लोकसभा क्षेत्र से टिकट नही देने की मांग की है। जो कि जिले मे चर्चा का विषय बना हुआ है।जनपद सदस्य के अनुसार सासंद ने कमलनाथ सरकार आते ही झाबुआ जिला मुख्यालय स्थित कृषि मंडी परिसर मे मंडी की शासकीय कीमती जमीन पर अतिक्रमण कर उस पर गेर कानुनी ढंग से निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया था। जिसको तत्काल मंडी सचिव मंडलोई ने कलेक्टर ओर एस पी को मंडी की ओर से पत्र लिखकर रुकवाया गया तो सासंद ने अपना दबाव व प्रभाव दिखाकर मंडी के हित मे काम कर रहे मंडी सचिव को कमलनाथ मंत्रिमंडल के कृषि मंत्री पर दबाव डालकर आनन फानन मे उसका ट्रासंफर सागर करवा दिया। जबकि झाबुआ जिला शत प्रतिशत आदिवासी किसान बाहुल्य जिला है ओर मंडी की जमीन जो शासकीय भी है आदिवासी किसानो के लिये आरक्षित की गई है ओर अतिक्रमण करना सांसद का आदिवासी विरोधी होने का सबसे बडा प्रमाण है।जनपद सदस्य भुरिया का सांसद भुरिया पर यह भी गंभीर आरोप लगाया है कि उन्होने 1947 के विभाजन के बाद पाकिस्तान से आये हिन्दु शरणार्थीयो के लिये ग्राम कल्लीपुरा मे सरकार द्वारा आरक्षित कर उन्हे आवंटित की जमीन को विधि विरुद्व तरीके से व्यापम घोटाले मे संलिप्त एक क्यक्ति के भाई के साथ मिलकर उक्त जमीन को अपने नाम करा कर गैर कानुनी ढंग से करवा लिया है जबकि भारत सरकार के कानुन ओर नियमानुसार देश का कोई भी व्यक्ति विभाजन के समय शरणार्थी बनकर आये व्यक्तियो की जमीन को खरीद फॅरोक्त नही कर सकता है। उक्त जमीन सिंधी समाज के लिये आवंटित की गई थी।जनपद सदस्य भुरिया ने सांसद भुरिया पर एक ओर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि सासंद ने अपनी पत्नी कल्पना भुरिया के नाम जो कि सामान्य वर्ग का प्रतिनिधित्व करती है को लेकर आदिवासी की जाति का प्रमाण पत्र बनाकर केन्द्र सरकार से पेट्रोल पंप मैसर्स विक्रांत सर्विस स्टेशन के नाम से थांदला मे आवंटित करवा लिया गया था।जनपद सदस्य भुरिया ने एक ओर गंभीर आरोप सांसद पर लगाते हुए कहा कि सासंद भुरिया द्वारा नगरपालिका नगर पंचायत के चुनाव के दरमियान कीमती जमीने अध्यक्ष पद पर टिकट वितरण के नाम पर अपने नाम पर करवा कर लाखो का फायदा उठाकर अध्यक्ष पद की टिकट को बेच दिया इसी तर्ज पर विधानसभा चुनाव के दरमियान सासंद महोदय ने लाखो की जमीन विधायक टिकट दिलाने के नाम पर बिकवा कर लाखो मे टिकट बेच दी गई। इस आशय का एक आरोप पत्र जनपद सदस्य भुरिया द्वारा कांग्रेस दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजकर उन्हे लोकसभा मे टिकट नही देने की मांग करते हुए कहा कि यदि उसके उपरांत उन्हे टिकट दी जाती है तो वे इस बार विधानसभा मे लाखो वोटो से पराजित होगे।==============================]]>